Monday, October 28, 2013
SEEMA GUPTA KI EK GHAZAL KA ADBI JAIZA BY DR. RAHAT MAZAHIRI Published in " AZIZULHIND" FROM DELHI.
SEEMA GUPTA KI EK GHAZAL KA ADBI JAIZA BY DR. RAHAT MAZAHIRI is being Published today i.e 28th Oct 2013 Monday in a leading Urdu news paper " AZIZULHIND" FROM DELHI.
Sunday, October 27, 2013
Literary Review of My Poetry/ Ghazals published today i.e 27th Oct 2013 in a leading Urdu news paper " AZIZULHIND" Delhi
A Beautiful Literary Review of My Poetry/ Ghazals is being published today i.e 27th Oct 2013 in a leading Urdu news paper " AZIZULHIND" FROM DELHI by Aslam Chishti ji along with other Poets .
Thursday, October 24, 2013
नज़्म --------- "अश्को के घुंघरू "
Poetry Published in Literary Magazine "DAWAT_O_TABLEEGH (Delhi), Edition- OCT_DEC 2013
नज़्म
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"अश्को के घुंघरू "
नज़्म
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"अश्को के घुंघरू "
कहाँ सब्र से काम लेते हैं
चारो पहर खुद से उलझते हैं
तेरे ही किस्से तमाम होते हैं
लम्हा लम्हा तुझको दोहराना
यही एक काम उल्फत का
हवाओं के परो पर लिखे
इनके पैगाम होते हो
कभी बेदारियां खुद से
कभी शिकवे शिकायत भी
तेरी यादो की शबनम में
मेरे अश्को के सब घुंघरू
तबाह सुबह शाम होते हैं
धडकनों के अनगिनत जुगनू
कहाँ सब्र से काम लेते...
Monday, October 7, 2013
"नर्म लिहाफ़" Poetry Published in 'अनहद कृति" (September 2013 )
"नर्म लिहाफ़"
नर्म लिहाफ़
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सियाह रात का एक क़तरा जब--------------
आँखों के बेचैन दरिया की
कशमकश से उलझने लगा,
बस वही एक शख्स अचानक
मेरे सिराहने पे मुझसे आ के मिला|
मैं ठिठक कर उसके एहसास को
छूती टटोलती आँचल में छुपा
रूह के तहख़ाने में, सहेज लेती हूँ
कुछ हसरतें नर्म लिहाफ़ में
डूबके मचलने लगती हैं,
जब वही एक शख्स अचानक
मेरे सिराहने पे मुझसे आ के मिला|
कुछ मजबूरियों की पगडंडियाँ
जो मेरे शाने पे उभर आती हैं,
अपने ही यक़ीन के स्पर्श की
सुगबुगाहट से हट,
चाँद के साथ मेरी हथेलियों में
चुपके-चुपके से सिमटने लगती हैं,
सच वही बस वही एक शख्स जब अचानक
मेरे सिराहने पे मुझसे आ के मिला।
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